Indian Parents & Ziddi Bachche

बढ़ते बच्चों में जिद्द और अभिमान का आना एक आम बात है। इस दौरान माता-पिता को अक्सर ये समझ नहीं आता कि उनकी इस स्थिति से कैसे निपटा जाए। बच्चे की जिद्द को नजरअंदाज करना या फिर उस पर हर बार गुस्सा होना, दोनों ही स्थितियां संतुलन बिगाड़ सकती हैं।

Himanshu Sharma

6/15/20241 min read

How to deal with stubborn child ; The Mind Print
How to deal with stubborn child ; The Mind Print

अपने जिद्दी और अभिमानी बच्चे को संभालना - एक मार्गदर्शिका

लेखक: हिमांशु शर्मा, शिक्षा परामर्श संस्थान - द माइंड प्रिंट

बढ़ते बच्चों में जिद्द और अभिमान का आना एक आम बात है। इस दौरान माता-पिता को अक्सर ये समझ नहीं आता कि उनकी इस स्थिति से कैसे निपटा जाए। बच्चे की जिद्द को नजरअंदाज करना या फिर उस पर हर बार गुस्सा होना, दोनों ही स्थितियां संतुलन बिगाड़ सकती हैं।

आज हम आपको ऐसे कुछ तरीके बताएंगे जिनकी मदद से आप अपने जिद्दी और अभिमानी बच्चे को प्यार से समझा सकते हैं और उनके साथ एक मजबूत रिश्ता बना सकते हैं।

1. शांत रहें और बातचीत को बढ़ावा दें (Stay Calm and Encourage Conversation)

जब बच्चा जिद करता है या फिर अभिमानी रवैया दिखाता है, तो सबसे पहले खुद को शांत रखना ज़रूरी है। गुस्से में की गई कोई भी बातचीत स्थिति को और बिगाड़ सकती है। बच्चे से शांत स्वर में बात करें और उसे अपनी बात कहने का मौका दें। पूछें कि वो ऐसा क्यों कर रहा है और असल में क्या चाहता है।

2. उनकी भावनाओं को समझें (Acknowledge Their Feelings)

बच्चे की जिद्द के पीछे कोई न कोई वजह ज़रूर होती है। हो सकता है वो किसी चीज़ से गुस्से में हो, दुखी हो या फिर उसे किसी चीज़ का डर हो। उनकी भावनाओं को सुनें और उन्हें यह जताएं कि आप उनकी परेशानी को समझते हैं। इससे बच्चा सहज महसूस करेगा और बातचीत करने के लिए तैयार होगा।

3. विकल्प दें और सीमाएं निर्धारित करें (Offer Choices and Set Boundaries)

कुछ स्थितियों में बच्चों को विकल्प देना मददगार हो सकता है। उदाहरण के लिए, अगर वो टीवी देखने की जिद कर रहा है, तो आप उसे यह पूछ सकते हैं कि वो कौन सा कार्यक्रम देखना चाहता है या फिर खेल का मैदान पर जाना पसंद करेगा। हालांकि, हर बार विकल्प देना भी ठीक नहीं है। कुछ नियम और सीमाएं भी जरूरी हैं। उन्हें स्पष्ट रूप से समझाएं कि वो क्या कर सकते हैं और क्या नहीं।

4. सकारात्मक व्यवहार को प्रोत्साहित करें (Encourage Positive Behavior)

जब भी बच्चा अच्छा व्यवहार करे या आपकी बात माने, तो उसकी तारीफ करें। इससे उसे अच्छा लगेगा और वो भविष्य में भी ऐसा करने की कोशिश करेगा। सजा देने की बजाय सकारात्मक सुदृढीकरण का इस्तेमाल करें।

5. रोल मॉडल बनें (Be a Role Model)

बच्चे अपने माता-पिता को देखकर बहुत कुछ सीखते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप खुद भी शांत और विनम्र स्वभाव रखें। गुस्सा या अभिमान दिखाने से बच्चा भी यही सीखेगा।

6. विशेषज्ञ की मदद लें (Seek Expert Help)

अगर बच्चे का जिद्दी और अभिमानी व्यवहार लगातार बना रहता है और आप उसे संभाल नहीं पा रहे हैं, तो किसी बाल मनोविज्ञानी या शिक्षा परामर्शदाता से सलाह लेने में संकोच न करें। द माइंड प्रिंट जैसे संस्थान बच्चों के व्यवहार को समझने और उनका मार्गदर्शन करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

याद रखें, हर बच्चा अलग होता है और उसके साथ धैर्य और प्यार से पेश आना ज़रूरी है। उम्मीद है ये तरीके आपकी अपने बच्चों को समझने और उनका सही मार्गदर्शन करने में मदद करेंगे।